उत्तर=7 Secret of शिव महाशिव परम शिव का जन्म, मृत्यु, शिव क्या स्वयंभू या नहीं इस सम्बन्ध में महान ऋषि, मुनि,योगी और संतो के द्वारा कही गई और लिखी गई ग्रन्थों के अनुसार
शिव जब रचना करता है तो निराकार में होते है। लेकिन स्वयं नहीं - शिव का खरला महाशिव परम महाशिव (Universe का मालिक) हमारे ब्रहमाण्ड का मालिक GAAXY (आकाश गंगा का मालिक)है। जो परमत्व से बनी है।
अदृश्य परम तत्व से बनी है। उसे परमात्मा और जो आकाश तत्व से बनी है। परम धाम में आकारी रूप मे शिवजी शिवपुरी में हिमालय पर रहते हैं। आत्मा कहते हैं । परमात्मा का एक बार जन्म होने के बाद मृत्यु नहीं होता है, क्योंकि उसमें परम तत्व है। शिवत्व (परम प्रकाश की बनी, परम तत्व की होती है) जो पाँच तत्व (जल, मिट्टी, अग्नि, वायु, आकाश) की बनी है। वे मनुष्य है। जो जन्म-मृत्यु के चक्र में आते हैं। शिव के तीन रूप है। - निराकार (निर्गुण), साकार, और आकार रूप ।निराकारी से आकारी (शिवशाक्त बनता है निराकार रूप परम धाम में होता है। साकार तीन तत्व (वायु, अग्नि आकाश) जो हिमालय पर बसे होते हैं वे आकार रूप में धरती पर शिवलिंग के रूप में है। जब शिव रचना करते तो इनकी Power (शक्ति) कम
हो जाती है। तो महाशिव से पावर लेते हैं। जैसे महाशिव है। ऐसे ही अनन्त कोटि ब्रह्माण्ड की रचना करते हैं।
शिवत्व ही परमात्मा हैं। शंकर पाँच तत्व प्रकाश में नहीं है। व्यक्त में अव्यक्त स्वरूप है। शिव | शंकर के जो 12 शिवलिंग (अवतार) बताये गये है। ये भी व्यक्त में अव्यक्त स्वरूप है। प्रश्न = शिव की आयु कितनी है?
उत्तर=शिव अनन्त है शास्त्रों के अनुसार धरती पर
चार युग (सतयुग, त्रेता, द्वापर, कलयुग) कूल 4 लाख 32 हजार साल (कलयुग ) X 2 (दापर ) X 3 (तेता ) X4 (सतयुग) वर्ष होते हैं।इतनी शिव का एक पल होता है। पृथ्वी (धरती) पर होते है। जब चार युग पूरा होता है। अर्द्धप्रलय होता है। फिर प्रल्य होता है। 71 बार चतुर्युर्ग होता है। महाप्रलय होता है? बार-बार होता है। मनुष्य सृष्टि जन्म होता है। इसे मनुअन्तर कहते हैं। मनु सुनों का Time पूरा हो जात चतुथुर्ग मनुअन्तर होता है। तो कल्प मूल्य होता है। तो भू लोक, भूमोक भूगोल, स्वर्गलोग सात्म हो जाता है। इससे आगे महाकल्प प्रलय होता है। तो पूरा ब्रहमाण्ड खत्म हो जाता है। तो ब्रह्माण्ड की आयु बा ब्रम्हा का 100 साल बताई गयी है । ब्रम्हा द्वारा सर्जन, विष्णु द्वारा पालन शंकर द्वारा विनाश होता है। ब्रह्मा का एक दिन
= धरती पर 1000 चतुर्युग (4- अरब 32 करोड़ होता है। उतनी ही एक रात होती है। शिव की आयु एक पल है देवताओं की आयु एक दिन धरती के एक वर्ष के बराबर है।
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