प्रश्न= मोक्ष, मुक्ती, क्या है मनुष्य के लिए इसका क्या महत्व है ?


उत्तर=

मोक्ष, मुक्ति का अर्थ है भौतिक उर्जा और सभी भौतिक वस्तुओं से ,मन , विचार , मैं से छूट जाना। जब मनुष्य मैं से मुक्त हो जाता है तब  आत्मा को मोक्ष मिल जाता है।तभी आनन्द को प्राप्त कर सकता है। मनुष्य भौतिक शरीर में रहते हुए भी आनन्द को प्राप्त कर सकता है।


 प्रश्न= भक्ति और ज्ञान में क्या अन्तर है।


उत्तर=भक्ति का मतलब प्रेम | ज्ञान का मतलब पहले परमपिता के सम्बन्ध स्थापित हो जाना है।


● ज्ञान प्राप्त होने पर उसी के अनुसार कर्म करना । 


आज सोलर सिस्टम सूर्य की Gravity से नीचे आ गया है। पहले सुर्य बड़ा था। जिनके अन्दर परम तत्व की शक्ति है वह परमात्मा, तीन तत्व वालों को देवता और जो परमात्मा को जानता है। वह मनुष्य आत्मा और जो नहीं जानता वह जीवें और इससे निचे सभी जीव है। जो ध्यान को उपलब्ध हो जाता है उसी जीव आत्मा, दिव्य, को मोक्ष मिलेगा ।



शास्त्रों के अनुसार, जब कल्प प्रलय होगा तो शिव कालअग्नि पैदा कर सबको मोक्ष देंगे। शास्त्रों में मृत्यु लोक को झूठी माया, झूढी काया, झूठा संसार कहा गया है। सूर्य की Gravity जब ब्रम्हाण्ड बना तो एक प्रकाश वर्ष के बराबर था परन्तु अब छोटा हो गया है। गीता का ज्ञान है कि सर्व धर्म परितज्ये मामेकम शरणम अर्थात सारे धर्म छोड़कर तू मेरी शरण में आ मै तुझे उच्च से उच्च परमधाम में ले जाँऊंगा | तु मुझे जान | श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है। मैं जप, तप, धान ध्यान योग से नही मिलता मैं ज्ञान से मिलता हूँ। मैं उच्च से उच्च परम धाम में रहता हूँ। मनुष्य जन्म में पाप हुआ तो आत्मा कीड़े-मकोड़े बन जाती है। 84 लाख जन्म-मृत्य के चक्र में आयेगी ।सब कुछ समय कि साथ जुड़ा जब महाब्रम्हाण्ड से आत्मा ब्रम्हाण्ड में आती है तो इसका समय ब्रम्हाण्ड के अनुसार चलता है।  आत्मा की शरीर से निकलने के बाद क्या होता है  इसका scientist पता लगा रहते हैं। और मानव जीवन में space, time, क्या है यह भी पता लगा रहे है।

शिव का समय की speed किस हिसाब से चलती है। माना जाता है कि पुराने समय में डायमण्ड (हिरे ) का ज्योतिर्लिंग था । जिससे प्रकाश चमकता था। जो कि निराकार का प्रतिरूप था। ऋषि मुनि पूजा करते थे। लेकिन समय के अनुसार सब बदल गया | cosmic power सब जगह होते थे। ऊपर से  इससे आत्मा में

Power आती थी। बापुजी के अनुसार, आजकल पत्थर के शिवलिंग है। समय बदल गया । यदि आज Diamond के शिवलिंग बना ले तो भी power उसमें नहीं आयेगा क्योंकि परम धाम, ब्रम्हाण्ड सब नीचे आ गए छोटे हो गए हैं। परम धाम में पावर नहीं है। तो कैसे आयेगा | 

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