भुत प्रेतों (Amazing world of Ghost ) छ सोलर सिस्टम (ब्रह्माण्ड ) जहाँ मनुष्य है। वहाँ भूत प्रेत है। जानवर जैसी जीवन व्यतीत करने वाला मनुष्य भूत-प्रेत बनता है। भूत-प्रेत कई प्रकार के होते हैं। कमजोर आत्मा ( Black colour की) में भुत प्रेत बनते हैं। मनुष्य ने बहुत पाप किया है तो मरने के बाद उसके शरीर (जल, मिट्टी) को जला देतै या दफन कर देते है तीन तत्लो का शरीर (अग्नि, वायु, आकाश) बहुत भारी होता है इससे वह ऊपर नहीं जा सकती और भुत बनकर घर में या मन्दिरों को बैठी रहती है। और लोगों को अपनी इच्छा पूर्ति करने के लिए परेशान करते हैं। भूत प्रेत पृथ्वी की गुरुत्व (200km ऊपर) से ऊपर नहीं जा सकते | जो गुरुत्व से ऊपर चलें जाते है उनके पास साधारण भुत से अधिक पावर वाले भूत, प्रेत, जिन्न, देवता होते है। पावरफूल भूत साधारण भुत को अपने शरीर में समा लेते हैं। पृथ्वी के नीचे 7 लोक धरती से उपर 7 लोक है। 5 5 करोड नर्क है। एक मनुष्य शरीर में कई भूत-प्रेतों की आत्मायें प्रवेश कर जाती है। अन्त मति सो गति, मतलब शरीर के मरने के बाद आत्मा में जो ज्ञान, सोच होता है। उसके अनुसार आत्मा की सत्गति या दुर्गति होती है या भूत-प्रेत बनता या परम धाम को प्राप्त करता है। मृत्यु किसी भी कारण से हुई हो दुर्घटना या Natural भूत-प्रेत पाँच तत्वों की वस्तु जैसे पैसा, खानों की चीज, जेवरात आदि को अव्यक्त रूप में बदल लेते है फिर अव्यक्त से व्यक्त में बदल देते हैं। भुत प्रेत के पास भी
उनकी अपनी Powe४ होती है। जानवरों की आत्मा भी मनुष्य शरीर में प्रवेश कर जाती है। उस समय जब मनुष्य आत्मा जानवर बुद्धि बन जाये या बहुत अधिक कमजोर हो जाती है । |
मन्त्रों के जाप से ही देवी, देवता, भूत प्रेत प्रसन्नता से आ जाते आते हैं। भूत-प्रेत को देखने के लिए परमतत्त्वों का कैमरा, दूरबिन चाहिए ।
कर्म- बन्धन के कारण ही भूत-प्रेत किसी मनुष्य में या फिर किसी जीन्न में प्रवेश करते हैं। बिना कर्मबन्धन के कोई भी आत्मा एक दूसरे से बात भी नहीं करेंगे । ध्यान और योग के द्वारा आत्मस्वरूप में स्थित होकर Almighty Authority
को याद करो उनसे जो भी पावर आयेगी उससे सारे विकर्म खत्म होगे
और आत्मा पावरफुल बन जायेगी तो Negative आत्मा पास में भी
नहीं आयेगी | भूत-प्रेत से बचने के यही सही उपाय है। भूत-प्रेत अच्छे भी होते हैं बुरे भी। धर्मस्थलो, मन्दिरों में सुक्ष्म जगत की अच्छी आत्मायें, बुरी आत्मायें भी होती है। भूत हर जगह घर घर में होते हैं। सात्विक भूत अच्छे
अच्छे भण्डारे भी लगवाते है आदि । जिन भूतों को ज्ञान होता है? वे तपस्या भी करते हैं।
No comments:
Post a Comment